3. 1. 14.9.1949 - संगवधान सभा ने गहन्दी को संघ की राजभाषा के रूप में
स्वीकार ककया । इस कदन को अब हहंदी कदवस के रूप में मनाया जाता है ।
2. 26.1.1950 - संगवधान लािू हुआ। तदनुसार उसमें ककए िए भाषाई
प्रावधान (अनुच्छेद 120, 210 तथा 343 से 351) लािू हुए ।
3. 10.5.1963 – राजभाषा अगधगनयम बनाया िया धारा 3(3), 5 और
गहन्दी प्रगशक्षण अगनवायि ककया िया.
4. 1976 – 12 राजभाषा गनयम बनाएं िए (क,ख,ि,घ) ।
3
संघकीराजभाषाकेसंदभिमेंकुछमहत्वपूणि
घटनाक्रम
4. 1. ककसी भी भाषा का ककतना अच्छा और व्यापक प्रयोि हो सकता है
यह भाषा पर नहीं बगकक उसके प्रयोि करने वाले पर गनभिर करता
है.
2. गवश्व में सबसे अगधक बोली जाने वाली भाषाओं में गहन्दी दूसरे
स्थान पर है.
3. गजस तरह गहन्दी भारत की राष्टरभाषा होते हुए भी केवल आधे
भारतीय ही गहन्दी जानते है वही गस्थगत िीन में मंदाररन और
इंग्लैंड में अंग्रेजी की है.
4
भाषादेशकीसंस्कृगत, समृगिऔरसुरक्षाकी
दृगिसेभीमहत्वपूणिहै.
5. 1. अंग्रेजी संसार के मात्र साढे िार देशों की भाषा है- अमेररका, गिटेन,
आस्रेगलया, न्यूजीलैंड और आधा कनाडा.
2. गिटेन या इंग्लैंड में अंग्रेजी के साथ-साथ वेकस, स्कॉरटश और आयररश
भाषा-भाषी लोि गनवास करते हैं.
3. कनाडा में अंग्रेजी के समानांतर फ्रें ि भाषा भी िलती है.
4. अमेररका में भी केवल अंग्रेजी का ही वििस्व है यह धारणा भी िलत है
क्योंकक वहां पर भी स्पेगनश भागषयों की संख्या करोडों में हैं.
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गवश्वमेंगहन्दीकीगस्थगत
6. 1. अंग्रेजी में मूल शब्द मात्र 10 हजार है जबकक गहन्दी में ढाई लाख से भी
अगधक मूल शब्द उपलब्ध है. जैसे सूरज के गलए अंग्रेजी में केवल SUN
गमलेिा जबकक गहन्दी में इसके गलए सूयि, सूरज, रगव, आकदत्य, भानु,
भास्कर, कदनकर, कदवाकर आकद शागमल हैं.
2. भारत के 65 करोड़ लोि गशगक्षत है गजनमें से गसर्ि 4 करोड़ लोि ही
अंग्रेजी बोलना, गलखना एवं पढ़ना जानते है और बाकक 61 करोड़ लोि या
तो अपनी मातृभाषा पर गनभिर है या कर्र गहन्दी पर .
6
गहन्दीसेसंबगन्धतमहत्वपूणि तथ्य
7. 1. एक आकलन के अनुसार भारत में 5 प्रगतशत पहले दजे और 15 प्रगतशत
दूसरे दजे की नौकररयों को छोड दे तो शेष 80प्रगतशत तीसरे दजे की
नौकररयों के गलए अंग्रेजी जानने की आवयकता नहीं है.
2. मात्र ढाई-तीन वषों में सूिना, संिार और मनोरंजन से जुड़े सभी क्षेत्रों में
गहन्दी की गस्थगत और अगधक प्रभावी और मजबूत हुई हैं.
3. भारतीय भाषाओं पर आधाररत सूिना प्रौद्योगिकी का र्ौरी बाजार अब
600 करोड़ सालाना से अगधक है.
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महत्वपूणि तथ्य
8. • राजनेताओं, नौकरशाहों, अगभनेताओं और गखलागड़यों के साथ गवदेशों में
हो रहे अपमान पर हम त्वररत प्रगतकक्रया व्यक्त करते है परंतु अपनी भाषा
के अपमान के मुद्दे पर ?
• परंतु यह वह गहन्दी है गजसने टीवी के समािार िैनलों के महासंग्राम में
अंग्रेजी के न्यूज िैनलों को टीआरपी माकेट से खदेड़ रखा हैं.
• यह वह गहन्दी है गजसके अखबारों ने भारत के टॉप टेन यानी अग्रणी दस के
समूह में आज भी अपना स्थान सुरगक्षत कर रखा है जबकक अंग्रेजी का एक
भी अखबार आज तक इस श्रेणी में स्थान नहीं बना सका है.
8
महत्वपूणि तथ्य
9. ऑस्रेगलयाई सरकार ने कहा है कक भारत जाने वाले उसके राजनागयकों को हहंदी सीखने की जरूरत
नहीं है, क्योंकक वहां सारा कामकाज अंग्रेजी में होता है। प्रधानमंत्री जूगलया गिलाडि ने तो यहां तक
कहा कक ‘भारत एक अंग्रेजी भाषी लोकतंत्र है।’ ऑस्रेगलया के गवदेशी मामलों के गवशेषज्ञ इयान हाल
ने अपनी सरकार को सलाह दी थी कक भारत में गनयुक्त ककए जाने वाले राजनागयकों को हहंदी इसगलए
भी गसखाई जाए क्योंकक ऐसा करने से भारत का सम्मान होिा।
जब जापान, िीन, कोररया, इंडोनेगशया, ईरान, तुकी जैसे देशों में भेजे जाने वाले राजनागयकों को उन
देशों की भाषा सीखनी अगनवायि है तो भारत की उपेक्षा क्यों? इस पर ऑस्रेगलया के गवदेश व्यापार
सगिव का कहना था कक जब भारत ही अपना सारा कामकाज अंग्रेजी में करता है तो ऑस्रेगलयाई
राजनागयकों को क्या पड़ी है कक वे हहंदी सीखें?
संदभि - दैगनक भास्कर, 14जून2012.9
वहलोकतंत्रहीक्या, जोलोकभाषामेंनिले?
भाषाईदृगिसेदेखेंतोभारतीयलोकतंत्रपरयहसबसेबड़ाव्यंग्यहै.
हमारीमातृभाषागहन्दीपरदूसरेदेशोंकामत
10. 9/30/201510
हमआजकहााँहैं?
औरआिेरास्ताक्याहै.....
एक अरब से भी अगधक बहुभाषी भारतवागसयों को परस्पर समीप
लाने में सूिना प्रौद्योगिकी की भाषा प्रौद्योगिकी एक अहम् भूगमका
गनभा सकती है ।
तकनीकी संसाधनों में गहन्दी की सहायता से ई-िवेनेस को बढ़ावा देने
की पहल की जानी िागहए
11. 1. हहंदी के गवगभन्न सॉफ्टवेयर, र्ााँट्स का प्रयोि
2. कई कुं जीपटल/ र्ााँट्स सीखने में असहजता
3. र्ााँट्स यूनीकोड आधाररत नहीं
4. एि.टी.एम.एल पररवतिन में त्रुरटयााँ
5. ग्लोबल र्ॉन्ट की जानकारी के अभाव में आपसी गहन्दी पत्रािार
में समस्या
6. गहन्दी कायि में असुगवधा
11
वर्तमान स्थितर्
13. 1. माइक्रोसॉफ्ट द्वारा भारतीय संस्करण का गवकास
2. हवंडोज 2000 एवं उससे ऊपर का ऑपरेटटंि गसस्टम
3. ऑकर्स क्लाइंट में हहंदी सहज
4. गहन्दी यूगनकोड आधाररत इंगडक आई.एम.ई (इनपुट मेथड एडीटर)
का गवकास, आकद
13
नवगवकास
14. 14
यूगनकोडक्याहै?
1. यूगनकोड को ग्राहक-सविर अथवा बहु-आयामी उपकरणों और वेबसाइटों में
शागमल करने से, परंपराित उपकरणों के प्रयोि की अपेक्षा खिि में
अत्यगधक बित होती है।
2. यूगनकोड से एक ऐसा अकेला सॉफ्टवेयर उत्पाद अथवा अकेली वेबसाइट
गमल जातीहै, गजसे री-इंजीगनयटरंि के गबना गवगभन्न प्लैटर्ॉमों, भाषाओं
और देशों में उपयोि ककया जा सकता है।
3. इससे डाटा को गबना ककसी बाधा के गवगभन्न प्रणागलयों से होकर लायाया
ले जाया जा सकता है।
15. यूगनकोड स्टैंडडि को ऐपल, एि.पी., आई.बी.एम., जस्ट गसस्टम, माईक्रोसॉफ्ट,
औरेकल, सैप, सन, साईबेस, यूगनगसस जैसी उद्योि की प्रमुख कम्पगनयों और कई
अन्य ने अपनाया है। यूगनकोड की आवश्यकता आधुगनक मानदंडों, जैसे
एक्स.एम.एल., जावा, एकमा गस्क्रप्ट (जावा गस्क्रप्ट), एल.डी.ए.पी., कोबाि 3.0,
डब्कयू.एम.एल. के गलए होती है और यह आई.एस.ओ./आई.ई.सी. 10646 को लािू
करने का अगधकाररक तरीका है। यह कई संिालन प्रणागलयों, सभी आधुगनक
िाउजरों और कई अन्य उत्पादों में होता है। यूगनकोड स्टैंडडि की उत्पगत और इसके
सहायक उपकरणों की उपलब्धता, हाल ही के अगत महत्वपूणि गवश्वव्यापी सॉफ्टवेयर
टेक्नोलॉजी रुझानों में से हैं।
15
यूतनकोड क्या है ?
16. 1. यूगनकोड मानक कंप्यूटर संसाधन के उद्देश्य से कोडांतरण मानक है ।
2. यूगनकोड मानक गवश्व की गलगखत भाषाओं के गलए प्रयुक्त सभी वणों के कोडांतरण की क्षमता रखता
है ।
3. यूगनकोड मानक वणि तथा उसके प्रयोि के संबंध में सूिना प्रदान करता है ।
4. बहुभाषी पाठों से संबंध रखने वाले व्यापाररक लोिों, भाषागवदों, शोधकतािओं, गवज्ञागनयों,
िगणतज्ञों तथा तकनीकज्ञों जैसे कंप्यूटर प्रयोक्ताओं के गलए यूगनकोड मानक बहुत ही उपयोिी है
5. यूगनकोड 16 गबट कोडांतरण का उपयोि करता है गजसमें 65000 वणों (65536) से भी अगधक के
गलए कोड हबंदु उपलब्ध कराता है।
6. यूगनकोड मानक प्रत्येक वणि को एक गनश्चत संख्यात्मक मूकय तथा नाम गनधािररत करता है ।
16
16 बिट (2 िाइट) यूतनकोड -
18. 1. कम्प्यूटर, मूल रूप से, नंबरों से सम्बंध रखते हैं। ये प्रत्येक अक्षर और वणि के
गलए एक नंबर गनधािररत करके अक्षर और वणि संग्रगहत करते हैं यथा 0 या
1(बाइनरी मोड में) जैसे केगपटल ए के गलए 01000001 और 1 के गलए
00110001.
2. यूगनकोड का आगवष्टकार होने से पहले, ऐसे नंबर देने के गलए सैंकडों गवगभन्न
संकेत गलगप प्रणागलयां थीं। अंग्रेजी जैसी भाषा के गलए भी, सभी अक्षरों,
गवराम गिन्हों और सामान्य प्रयोि के तकनीकी प्रतीकों हेतु एक ही संकेत
गलगप पयािप्त नहीं थी।
18
यूगनकोडक्यों?
19. हिन्दी फॉन्ट का उपयोग यूनिकोड का उपयोग
गहन्दीर्ॉन्ट कंप्यूटर आगश्रतहोतेहैं।अथाित
गजस कंप्यूटर परगहन्दीर्ॉन्ट इन्स्टाल ककयाियाहै
उसमेंहीगहन्दी टंकणकाकायिककयाजा सकेिा।यकद
उसर्ाइलकोअटैिकरकेककसीदूसरेकोईमेलद्वारा
भेजाजाएतोदूसरेके कंप्यूटर मेंवहतभीगहन्दी में
कदखेिाजबउसके कंप्यूटर मेंभीवहगहन्दी
र्ॉन्ट इन्स्टाल ककयाियाहो।
यूगनकोड कंप्यूटरआगश्रतनहींहोतेहैं।इसका
मतलबयहहुआककयकदयूगनकोडसमर्थित कंप्यूटर
परगहन्दीमेंककएिएकामकेर्ाइलकोअटैिकरके
ककसीदूसरेकोईमेलद्वाराभेजाजाएतोदूसरे
के कंप्यूटरपरवहगहन्दीमेंहीकदखाई देिाबावजूद
इसकेककउसके कंप्यूटरपरयूगनकोडइन्स्टालनहीं
हो।यूगनकोडइन्स्टालनहींहोनेसेदूसरायूजरउस
र्ाइलकेगहन्दीडाटाकोबदलनहींसके िामिरपढ़
जरूरसकेिा।
गहन्दीर्ॉन्टइन्स्टालकरनेकेबादहमगसर्ि कुछ
सॉफ्टवेयरमेंगहन्दीटंकणकाकामकरपातेहैं, यथा
Ms-Word, Ms-Excel, Ms-Powerpoint इत्याकद
जबककइसकाउपयोिहमईमेल, सोशालमीगडया
अथवापीडीएर्फ़ाइलमेंकरेक्शनआकदस्थानोंपर
कतईनहींकरपाते।
यूगनकोडइन्स्टालकरनेकेबादहमनागसर्ि सारे
सॉफ्टवेयरमेंगहन्दीटंकणकाकामकरपातेहैं, यथा
Ms-Word, Ms-Excel, Ms-Powerpoint
इत्याकदसाथहीसाथ इसकासरलतापूविक उपयोि
हमईमेल, सोशलमीगडयाआकदस्थानोंपर भी कर
सकतेंहैं।
कं प्यूटर पर हिन्दी का प्रयोग : यूनिकोड और हिन्दी फॉन्ट ें ंंरर
21. 1. सूिना गवगनमय के मानक के रूप में यूगनकोड की स्वीकृगत संपूणि गवश्व में
बढ़ती जा रही है ।
2. सूिना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अगधकांश कंपगनयों ने इसके पक्ष में अपने
सहयोि की घोषणा कर दी है ।
3. भारतीय भाषाओं के गलए यूगनकोड 'आस्की 91' का प्रयोि न करके 'इस्की
88' का प्रयोि करता है जो अद्यतन सरकारी मानक है ।
4. भारत सरकार का सूिना प्रौद्योगिकी मंत्रालय यूगनकोड कंसोर्टियम का
मतागधकार के साथ पूणि सदस्य बन िया है.
21
और इसीलिए.......
22. 1) यूगनकोड कंसोर्शियम - यूगनकोड मानक के सॉफ्टवेयर अंतरराष्ट्रीयकरण मानकों एवं डेटा के
गवकास, रखरखाव और प्रिार-प्रसार के गलए समर्पित एक अलाभकारी संिठन है जो यूगनकोड
अक्षरों को पररभागषत करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीयकरण के क्षेत्र में मानकों को सकक्रय रूप
से गवकगसत करता है । यूगनकोड में काम करना बेहद आसान है ।
2) यूगनकोड वणि मानक मुख्यतिः भाषाओं के बजाय गस्क्रप्ट को कूटबि करता है. ऐसी प्रत्येक
भाषा के संकेतों के समुच्चय के मेल को एक एकल संग्रह में एकीकृत ककया जाता है गजसकी
पहिान एक एकल गस्क्रप्ट के रूप में होती है. गजसका प्रयोि गवशेष भाषाओं में गलखने के गलए
ककया जाता है. कई मामलों में एक एकल गस्क्रप्ट दगसयों या यहां तक कक सैकड़ों भाषाओं (जैसे,
लैरटन गस्क्रप्ट) में गलखने का काम कर सकता है.
26. 1. भारर्ीय भाषाओं में टंकण
2. िह प्रचलिर् कं जीपटिों की सववधा
3. यूनीकोड आधाररर् फााँट्स की उपिब्धर्ा
4. वर्तनी व व्याकरण की जााँच
5. सोटटिंग, मि मस्जिंग,आटद की सववधा
6. ऑटो करक्ट, ऑन द फ्िाय सववधा
26
इंडडक आई.एम.ई?
27. 1. सी.डी/इंरानेट/(www.bhashaindia.com) से
इंगडक आई.एम.ई र्ाइल डेस्कटॉप पर सेव करें.
2. गवनगज़प र्ाइल को अनगजप करें
3. setup.exe र्ाइल को run करें
4. र्ाइल इंस्टाल होने पर पी.सी को restart करें
27
इंगडकआई.एम.ईडाउनलोड कैसेकरें